करके बंदगी रब की आये करार दिल को की छोड़ उदासी तू आ दोस्त वजू कर लें करके बंदगी रब की आये करार दिल को की छोड़ उदासी तू आ दोस्त वजू कर लें
दोस्त बनकर रहे जिंदगी भर सनम दुश्मनी दिल से अपने भुला दीजिए दोस्त बनकर रहे जिंदगी भर सनम दुश्मनी दिल से अपने भुला दीजिए
अब नहीं तेरा उसको ही इंतिजार है तू भुला दे उसे दिल से अब यार है. अब नहीं तेरा उसको ही इंतिजार है तू भुला दे उसे दिल से अब यार है.
करके भी जुस्तजू नहीं मिलती वो मुझे रु ब रु नहीं मिलती। करके भी जुस्तजू नहीं मिलती वो मुझे रु ब रु नहीं मिलती।
उसको नहीं मेरा अब इंतजार है! अब भूलना उसको दिल से ही यार है. उसको नहीं मेरा अब इंतजार है! अब भूलना उसको दिल से ही यार है.
इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई बार होता का इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई ...